महिला का आरोप दबंगों द्वारा मंगलसूत्र भी छीनने का किया प्रयास
ब्यूरो चीफ प्रियेश गुप्ता रुद्र जौनपुर
पीड़िता द्वारा थानाध्यक्ष कोतवाली को दी गई शिकायत पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई उल्टे आरोपियों ने पीड़िता को एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की मिली धमकी
वहीं न्याय के लिए पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से लगाई गुहार
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जौनपुर/यूपी शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के सराय पोख़्ता चौकी अंतर्गत मोहल्ला अहमद खां में एक क्रिकेट बॉल को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। मोहल्ले के कुछ मनबढ़, दबंग किस्म के व्यक्ति आय दिन प्रार्थिनी को परेशान करने के इरादे से प्रार्थिनी के टिन सेट के सामने पेशाब आदि के साथ साथ, अश्लील हरकत करते रहते है। यहां तक की इन दबंगों के बच्चे जब किकेट खेलते है, तो गेंद आने पर प्रार्थिनी को गांली देकर गेंद को वापस मांगते हैं। जिस कारण प्रार्थिनी व प्रार्थिनी के परिवार के सदस्य काफी परेशान हो गये है। वहीं घटना 10 जून 2025 की शाम करीब 8:26बजे की है। मोहल्ले में खेल रहे बच्चों की क्रिकेट बॉल अर्चना मौर्या के टिन शेड पर गिर गई। तभी गेंद मांगने के दौरान शुरू हुआ विवाद वहीं विवाद बड़ी घटना में बदल गया।प्रार्थिनी का यह आरोप है कि 35 से40 की संख्या में मनबढ़ दबंग की भीड़ ने अर्चना के घर पर हमला कर दिया। घटना के समय घर में अर्चना के साथ उनके पति श्यामलाल मौर्य, देवर कन्हैयालाल और 5 साल का बेटा सिद्धार्थ मौजूद थे। हमलावरों ने न केवल परिवार के साथ मारपीट की बल्कि अर्चना का मंगलसूत्र भी छीनने का प्रयास किया। वहीं भीड़ ने पत्थरबाजी की और कन्हैयालाल की सुपर स्प्लेंडर बाइक को भी नुकसान पहुंचाया।पीड़िता ने बताया कि वह सोनकर बस्ती में टिन शेड वाले कच्चे मकान में रहती हैं। उन्होंने जामुन सोनकर और सीताराम सोनकर पर लगातार परेशान करने का आरोप लगाया है। बीट अधिकारी सौरभ यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे, जिससे स्थिति को नियंत्रित किया जा सका।अगले दिन थानाध्यक्ष कोतवाली को दी गई शिकायत पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई उल्टे आरोपियों ने पीड़िता को एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी दिया गया। घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग भी पीड़िता के पास मौजूद है। वहीं इस घटना से ऐसा प्रतीक होता है कि बदमाश और दबंग में पुलिस का कोई डर नहीं रहा जिस कारण महिला के घर 40 से 50 की संख्या में घुसकर हमला कर दिया जाता है जहां एक तरफ सरकार ने महिला सुरक्षा की बात करती है जब शहर कोतवाली क्षेत्र में एक महिला की सुनवाई नहीं हो रही है तो इसका अंदाजा अपने आप लग जाता है कि जिले में दूर क्षेत्र में क्या हाल होगा आखिर पुलिस प्रथम दृष्टया किसी भी समस्या को सुलझाने में इतनी असफल क्यों रहती है जबकि आए दिन जिले में बड़ी सी बड़ी घटना देखने और सुनने को मिलती रहती है वहीं महिला पीड़िता की कोतवाली से कोई सुनवाई नहीं की गई वहीं न्याय के लिए पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार