प्रियेश गुप्ता रुद्र जौनपुर
संपादक डॉ सैयद नौशाद अली
जौनपुर जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में शुक्रवार शाम करीब 5 बजे अटेवा-पेंशन बचाओ मंच के नेतृत्व में हजारों शिक्षकों और कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए जोरदार प्रदर्शन किया। जिसमें प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। कहा अटेवा-पेंशन बचाओ मंच के महामंत्री इंदु प्रकाश यादव ने बताया कि देश के लगभग एक करोड़ शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारी पुरानी पेंशन योजना की बहाली चाहते हैं। उन्होंने कहा कि नई पेंशन व्यवस्था (NPS) के दुष्परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं।इस व्यवस्था के तहत कर्मचारियों को मात्र 800 रुपये, 1200 रुपये या 2800 रुपये की पेंशन मिल रही है। यादव ने कहा कि इतनी कम राशि से सेवानिवृत्त कर्मचारियों का अपना खर्च नहीं चल पा रहा है। दिन प्रति दिन मंहगाई बढ़ती जा रही है साथ ही उनके परिवार का भी खर्च नहीं चल पाता।उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने जीवन का सर्वश्रेष्ठ समय देश की सेवा में 25-30 वर्ष तक देता है। उसका बुढ़ापे में चिंतित और परेशान होना न्यायोचित नहीं है। यादव ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे आगे कदम उठाएंगे। 1 अक्टूबर को गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर दिल्ली के रामलीला मैदान में सरकार का घेराव करेंगेकोषाध्यक्ष नंद लाल पुष्पक ने कहा कि केंद्र सरकार ने भी स्वीकार किया है कि NPS व्यवस्था न्यायपूर्ण नहीं है। इसलिए सरकार एक नई पेंशन व्यवस्था UPS लेकर आई है। लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि UPS भी NPS से ज्यादा नुकसानदेह है।संयोजक चंदन सिंह ने कहा कि कर्मचारियों का मानना है कि पुरानी पेंशन व्यवस्था ही शिक्षकों और कर्मचारियों के हित में है। यह वास्तविक रूप से सामाजिक सुरक्षा का आधार स्तंभ है। कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपील की है। उन्होंने मांग की है कि शिक्षक और कर्मचारी हित में, साथ ही देश हित में पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू किया जाए